ज़िन्दगी का ये सफ़र कुछ ऐसे गुजार दूँ
तेरी आँखों में तैरने को कोई नगमा उतार दूँ
तू मेरी वफ़ा का लुत्फ़ ले, मैं तुझको सदाएं दूँ
तेरी खुशियों के कायनात में हर पल निसार दूँ.
मेरी नज़्म गाती हवाएं पत्तों के बीच जाकर
तू खोयी सी रहे और, मैं तुझको निहार लूँ.
तेरी आँखों में तैरने को कोई नगमा उतार दूँ
तू मेरी वफ़ा का लुत्फ़ ले, मैं तुझको सदाएं दूँ
तेरी खुशियों के कायनात में हर पल निसार दूँ.
मेरी नज़्म गाती हवाएं पत्तों के बीच जाकर
तू खोयी सी रहे और, मैं तुझको निहार लूँ.
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