माधवी - माधव की कवितायेँ
My poems... My words...the Seizure in my Limbic system
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स्पंदन
Thursday, June 22, 2017
आधे अधर
आधे अधर अब धीर धरने में हैं अक्षम
कोमल कपोलों को दिए जाएँ निमंत्रण !!
Thirsty lips are losing patience for their adorable destination!
सब अपनी सहूलियत और कल्पना के हिसाब से अपने अपने अर्थ निकलने के लिए स्वतंत्र हैं!
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